# वीटो पावर (निषेधाधिकार) से आप क्या समझते है? विस्तार से समझने का प्रयास करते है।
वीटो पावर से अभिप्राय है कि ऐसी पावर(शक्ति) से है जो किसी भी अहम या महत्वपूर्ण विषय पर निर्णय लेना तो हो वीटो पावर द्वारा उस अहम निर्णय को रोका जा सकता है। वीटो पावर को एक नकारात्मक रूप से भी देखा जाता है। वीटो एक लैटिन भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है, “में आज्ञा नहीं देता हूँ।
अगर हम पूरे विश्व के स्तर पर वीटो पावर की बात करें तो संयुक्त राष्ट्र (UN) में सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों (अमेरिका ,रूस , ब्रिटेन ,चीन और फ्रांस) को वोटों पावर का अधिकार दिया हुआ | संयुक्त राष्ट्र (UN) की सुरक्षा परिषद में सदस्यों की संख्या 15 है (5 स्थायी और 10 अस्थायी) में से किसी भी विषय संबंधी पर निर्णय लेने में 9 सदस्यों का स्वीकृति होनी आवश्यक है परंतु किसी निर्णय जो किसी महत्वपूर्ण विषय से संबंधित हो तो 5 स्थायी सदस्यों को स्वीकृति मत आवश्यक हो जाता है|
संयुक्त राष्ट्र (UN) में सुरक्षा परिषद में की महत्वपूर्ण विषय पर निर्णय लेना तो और 4 स्थायी सदस्यों ने वक्ष ने स्वीकृति मत दिया ओर 1 स्थायी सदस्य ने विपक्ष में स्वीकृति मत दिया जाता है तो ऐसे में उस महत्वपूर्ण विषय पर अस्वीकृति ही मानी जाएगी| यही व्यवस्था वीटो पावर (निषेधाधिकार) कहलाती है |
वीटो पावर का सबसे ज्यादा प्रयोग रूस ने किया है जिसके कारण से यह संस्था सफलतापूर्वक कार्य करने मैं सफल नहीं रही है|
# वीटो पावर (निषेधाधिकार) के विपक्ष में तर्क-
1) समानता के सिद्धांत से विपरीत :-
समानता के सिद्धांत से विपरीत इसलिए कहा गया है क्यूंकि संयुक्त राष्ट्र (UN) 193 सदस्यों होने पर भी यह शक्ति केवल 5 सदस्यों के पास वीटो पावर है | जो कही ना कही असमानता को दिखाता है |
2) सुरक्षा परिषद की असफलता का कारण :-
संयुक्त राष्ट्र (UN) के सबसे महत्वपूर्ण अंग सुरक्षा परिषद की असफलता के लिए वीटो पावर ( निषेधाधिकार ) की शक्ति जिम्मेदार है | अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र (UN) में कमी आई है |
3) संयुक्त राष्ट्र (UN) तथा सुरक्षा परिषद की महत्व को ठेस :-
वीटो पावर (निषेधाधिकार) के कारण संयुक्त राष्ट्र (UN) तथा सुरक्षा परिषद की महत्व को ठेस लगी है | इस शक्ति के कारण 5 स्थायी सदस्यों का संयुक्त राष्ट्र (UN) पर दबदबा बड़ा है तथा लोगों का विश्वास कम हुआ है|
4) सदस्यों पर रोक :-
जिसका अभिप्राय है कि संयुक्त राष्ट्र (UN) में काफी समय से सदस्यों पर रोक लग गई है सुरक्षा परिषद के 5 स्थायी सदस्यों कर पास वीटो पावर (निषेधाधिकार) की वजह से अब कोई भी नया सदस्य राष्ट्र नहीं जुड़ा है| नकारात्मक रूप देखा जा सकता है |
#निष्कर्ष
पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक ही संस्था संयुक्त राष्ट्र (UN) है| जो लगभग विश्व के सभी देशों को एक मंच पर लाकर खड़ा किया है परंतु संयुक्त राष्ट्र (UN) के सुरक्षा परिषद के 5 सदस्यों के पास वीटो पावर की वजह से सदस्यों राष्ट्रों में असमानता और भेदभाव की जन्म भी दिया है | वीटो पावर कारण से संयुक्त राष्ट्र (UN) से लोगों का काफी ज्यादा विश्वास उठ गया है जो संयुक्त राष्ट्र (UN) के लिए अच्छी बात नहीं है |
@Roy Akash (pkj)
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