शीत युद्ध का उत्तर क्या है?शीत युद्ध के दौर के नोट्स शीत युद्ध के क्या कारण थे? समझाएं कि शीत युद्ध क्या है?
# शीत युद्ध (Cold war)
अगर हम बात करे 1900 से लेकर 2000 तक की तो विश्व राजनीति मे बहुत महत्वपूर्ण रहा है क्यूंकि 19वी सदी मे “दो विश्व युद्ध ” एक शीत युद्ध (Cold war), बहुत से छोटे – मोटे युद्ध और रूसी क्रान्ति आदि |
1) प्रथम विश्व युद्ध (First World War) 1914 – 1918
2) द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) 1939 – 1945
3) रूसी क्रांति (Russian Revolution) 1917
4)शीत युद्ध (Cold war)(Cold War ) 1945 -1991
5) 1991 के बाद अमेरिकी वर्चस्व
# शीत युद्ध (Cold war)की परिभाषा क्या है !
* शीत युद्ध (Cold war)एक ऐसी स्थिति को हम बोल सकते है कि विचारिक युद्ध , विचारों का युद्ध , वर्चस्व का युद्ध और अपनी राजनीति व्यवस्था को सही बताना व प्रचार करना।
* शीत युद्ध (Cold war)मतलब एक ऐसे युद्ध से है जब विश्व की दो महाशक्तियों के बीच लड़ा हुआ युद्ध “अमेरिका और सोवियत संघ (आज के समय मे जिसे हम रूस के नाम से जानते है ) विश्व के अधिकांश राज्यों को अपने प्रभाव क्षेत्र मे शामिल करने के लिए निरंतर संघर्ष।
* पंडित जवाहर लाल नेहरू के अनुसार –
शीत युद्ध (Cold war)एक ऐसा युद्ध है जो युद्ध क्षेत्र मे नहीं बल्कि मनुष्य के मस्तिक मे लड़ा जाता है | इसके द्रारा विचारों पर नियंत्रण प्रयास किया जाता है।
* लुई हाले के अनुसार –
बुक ” दि कोल्ड वॉर आस हिस्ट्री “(The cold war as history ) 1967 ” शीत युद्ध (Cold war)परमाणु युग मे एक ऐसी तनावपूर्ण स्थिति है जो शास्त्र युद्ध से एक दम अलग है किन्तु उससे अधिक भयानक युद्ध है |
शीत युद्ध (Cold war)के दोरान पूरा यूरोप दो भागों मे विभाजित हो गया था | “पूर्वी यूरोप ” जो सोवियत संघ मे और “पश्चिमी यूरोप ” जो अमेरिका के साथ था |
यह दो राजनीति विचारधारा का युद्ध था | एक तरफ “पूंजीवादी व्यवस्था” वही दूसरी तरफ “साम्यवादी व्यवस्था” थी |
USA v/s USSR
अमेरिका v/s सोवियत संघ
पूंजीवाद v/s साम्यवाद